आधी रात ढल चुकी है । बारिश ने मौसम को सर्द कर दिया है । किवाड़ों से छन छन के हवा के बारीक लहरें कमरे में घुसी चली आ रही हैं । टांगों पर पड़े कंबल ने सर्दी के एहसास को थोड़ा कम कर दिया है । बाहर गाड़ियों का शोर अब भी सुनाई दे रहा है । मगर ज़्यादातर गाड़ियाँ वापस लौट रही हैं । स्टीरियो पर धीमी आवाज़ में अमीर खुसरो की ख़बरम रसीदा बज रही है। माहौल की सर्दी और जज़्बात के गर्मी का मिला जुला असर मुझे घेरे हुए है । अभी यादों के दरीचे के खुलने की आहट हुई । उसकी याद अं दर दाख़िल हुई है । सोच रहा हूँ वो अब क्या कर रही होगी । शायद अपने मखमली बिस्तर पर लेटी मेरे बारे में सोच रही हो । तकिये को अपने सीने के नीचे दबाए बिस्तर पर औंधे लेटी हुई अपने दायें गाल पर ज़ुल्फों को बिखेरे हुए मेरे बारे में सोच रही होगी । या शायद कोई नावेल पढ़ रही होगी । उसे किताबों से बड़ी मुहब्बत है । मैंने जब पहली बार उसे देखा था तब भी उसके हाथ में किताब थी । और आखरी बार जब हमनें एक दूसरे को देखा था तब भी उसके हाथों में किताब थी । अलविदा कहने के बाद वो मुड़कर चलने लगी थी । बहुत दूर तक वो मुझे देखती रही । मैं भी उसे देखता